Read Holy Shiv Purana Shlokas – Shiv Purana Story – Hindi Shlok
जिसे अपने कुकृतयपर हार्दिक पश्चात्ताप होता है, वह अवश्य उत्तम गतिका भागी होता है । इसमें संशय नहीं ॥ जो वक्ता और श्रोता, अनेक प्रकारके कर्मोमें भटक रहे हो, काम आदि छः विकारोंसे युक्त हो, स्त्रीमें आसकित रखते हो और पाखंडपूर्ण बात कहते हो वे पुण्य के भागी नहीं होते । विदेश्वरसंहिंता, रुद्रसंहिता, विनायकसंहिता, उमासंहिता, मातृसंहिता, एकादशरुद्रसंहिता, कैलाससंहिता, शतरुद्रसंहिता, कोटिरुद्रसंहिता, सहस्त्रकोटरुद्रसंहिता, वायवीयसंहिता तथा धर्मसंहिता बारह भेद या खण्ड है, यह बारहो संहिताएँ...